भूमिका
UPSC सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा को पास करने के लिए व्यापक अध्ययन और सटीक रणनीति की आवश्यकता होती है। NCERT की किताबें UPSC की तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती हैं क्योंकि वे अवधारणाओं को स्पष्ट और सरल तरीके से समझाने में मदद करती हैं। इस लेख में, हम विस्तार से जानेंगे कि UPSC की तैयारी के लिए NCERT पुस्तकों को कैसे पढ़ें और उनका अधिकतम लाभ कैसे उठाएं।
1. NCERT पुस्तकों का महत्व
NCERT किताबें प्राथमिक और माध्यमिक स्तर की शिक्षा के लिए बनाई गई हैं, लेकिन ये UPSC परीक्षा के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसके कुछ प्रमुख कारण हैं:
सरल भाषा: ये किताबें आसान भाषा में लिखी गई हैं, जिससे मूलभूत अवधारणाओं को समझना आसान होता है।
प्रामाणिकता: इन किताबों की सामग्री सरकार द्वारा प्रमाणित होती है, जिससे इनका भरोसेमंद होना सुनिश्चित होता है।
गहराई से अध्ययन: NCERT किताबें विभिन्न विषयों को आधारभूत स्तर पर समझने में मदद करती हैं, जो यूपीएससी की प्रारंभिक (Prelims) और मुख्य परीक्षा (Mains) दोनों में सहायक होती हैं।
प्रत्यक्ष प्रश्न: UPSC परीक्षा में अक्सर NCERT से सीधे प्रश्न पूछे जाते हैं, खासकर इतिहास, भूगोल, समाजशास्त्र और पर्यावरण से जुड़े हुए।
सम्पूर्ण कवरेज: NCERT किताबें संपूर्ण पाठ्यक्रम का अच्छा कवरेज देती हैं, जिससे छात्रों को एक संतुलित अध्ययन योजना बनाने में मदद मिलती है।
मूलभूत अवधारणाओं की मजबूती: UPSC परीक्षा में गहरी समझ की आवश्यकता होती है, जो NCERT किताबों से संभव होती है।
प्रैक्टिस के लिए सहायक: UPSC के प्रारंभिक परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को हल करने में NCERT का अध्ययन अत्यंत उपयोगी साबित होता है।
2. कौन-कौन सी NCERT किताबें पढ़नी चाहिए?
UPSC परीक्षा के लिए निम्नलिखित विषयों की NCERT किताबें आवश्यक हैं:
(A) इतिहास (History)
कक्षा 6 से 12 तक की सभी NCERT इतिहास की किताबें पढ़ें।
विशेष रूप से ‘Our Past’ (कक्षा 6-8), ‘Themes in Indian History’ (कक्षा 11-12) पढ़ें।
भारत के मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास को समझने के लिए ‘Modern India’ (Bipan Chandra) के साथ NCERT पढ़ें।
स्वतंत्रता संग्राम और भारतीय राजनीति के इतिहास को अच्छे से समझने के लिए संदर्भ पुस्तकों के साथ NCERT को गहराई से पढ़ें।
मुख्य परीक्षा में इतिहास से संबंधित उत्तर लेखन अभ्यास करें।
(B) भूगोल (Geography)
कक्षा 6 से 12 तक की भूगोल की NCERT किताबें पढ़ें।
विशेष रूप से ‘Fundamentals of Physical Geography’ (कक्षा 11) और ‘India: Physical Environment’ (कक्षा 11) पढ़ें।
भारत की जलवायु, कृषि और संसाधनों की विस्तृत जानकारी के लिए ‘Geography of India’ (Majid Hussain) के साथ NCERT पढ़ें।
मानचित्र अभ्यास करें और स्थानों को विज़ुअलाइज़ करने का प्रयास करें।
(C) भारतीय राजनीति (Polity)
‘Indian Constitution at Work’ (कक्षा 11)
‘Political Science’ (कक्षा 9-12)
‘Governance in India’ और ‘Public Administration’ को NCERT के साथ पढ़ें।
लक्ष्मीकांत की ‘Indian Polity’ के साथ NCERT को बेस बनाकर पढ़ें।
संविधान के अनुच्छेदों को याद रखने के लिए चार्ट और फ्लो डायग्राम बनाएं।
(D) अर्थशास्त्र (Economics)
‘Indian Economic Development’ (कक्षा 11)
‘Introductory Microeconomics’ और ‘Introductory Macroeconomics’ (कक्षा 12)
भारतीय अर्थव्यवस्था के समकालीन मुद्दों को समझने के लिए NCERT के साथ ‘Sanjiv Verma’ की पुस्तक पढ़ें।
वर्तमान आर्थिक नीतियों और बजट को समाचार पत्रों से अपडेट रखें।
(E) विज्ञान एवं पर्यावरण (Science & Environment)
कक्षा 6 से 10 तक की विज्ञान की NCERT किताबें पढ़ें।
पर्यावरण और पारिस्थितिकी (Ecology & Environment) के लिए कक्षा 12 की जीवविज्ञान (Biology) की NCERT पढ़ें।
Climate Change और Sustainable Development की अवधारणाओं को गहराई से समझने के लिए पर्यावरण संबंधित एडवांस बुक्स पढ़ें।
UN रिपोर्ट्स और भारत सरकार की पर्यावरण संबंधी नीतियों को अपडेट रखें।
(F) समाजशास्त्र (Sociology)
‘Indian Society’ (कक्षा 12)
‘Social Change and Development in India’ (कक्षा 12)
भारत की सामाजिक संरचना और जाति व्यवस्था की गहरी समझ के लिए समाजशास्त्र के अन्य महत्वपूर्ण लेखकों की पुस्तकें पढ़ें।
समाजशास्त्र आधारित उत्तर लेखन का अभ्यास करें।
3. NCERT पुस्तकों को पढ़ने की रणनीति
(A) चरणबद्ध अध्ययन योजना
पहला चरण (Basic Understanding – 1st Reading):
पहले NCERT को तेजी से पढ़ें ताकि समग्र विषयवस्तु को समझा जा सके।
कठिन शब्दों और अवधारणाओं को चिन्हित करें।
छोटे-छोटे नोट्स बनाना शुरू करें।
दूसरा चरण (Detailed Understanding – 2nd Reading):
किताबों को गहराई से पढ़ें और महत्वपूर्ण बिंदुओं को हाईलाइट करें।
नोट्स को विस्तारपूर्वक तैयार करें।
तीसरा चरण (Revision & Answer Writing – 3rd Reading):
रिवीजन करें और उत्तर लेखन का अभ्यास करें।
पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों से मिलान करें।
चौथा चरण (Mock Test & Analysis – 4th Reading):
UPSC के पैटर्न के अनुसार मॉक टेस्ट दें।
गलतियों का विश्लेषण करें और सुधार करें।
(B) नोट्स कैसे बनाएं?
संक्षिप्त और सरल भाषा में नोट्स बनाएं।
चार्ट, टेबल और फ्लो चार्ट का उपयोग करें।
महत्वपूर्ण तिथियों, घटनाओं और अवधारणाओं को अलग से लिखें।
हर विषय के लिए अलग-अलग नोटबुक रखें।
निष्कर्ष
NCERT की किताबें UPSC परीक्षा की तैयारी में एक मजबूत नींव रखने में मदद करती हैं। सही रणनीति, निरंतर अभ्यास और नियमित रिवीजन से इनका अधिकतम लाभ उठाया जा सकता है। यदि आप इन किताबों को ध्यानपूर्वक और योजनाबद्ध तरीके से पढ़ेंगे, तो निश्चित रूप से आपके UPSC के सफर में ये सहायक सिद्ध होंगी।